Intezaar Shayari For Friend In Hindi Urdu 2 Lines Images October 22, 2020 by admin
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intezaar shayari for friend
Contents
दिल ये हमरा बेकरार हो रहा है,
लग रहा है हमे प्यार हो गया है,
आप आ जाई ये जलड़ी से,
आपका बेसब्री से इंतेजार हो रह है।
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इज़ थाक हमे सत्य मत करो,
जान बुझ कर भुलाया मत कर,
जो हम कर दे इक एस एम तेही,
फ़िर हैम एस एम कांताज़ार करवे माट करो।
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मोहब्बत का इम्तिहान आसन नहीं,
प्यार सिरफिरे का ना नाम,
मुदित बीते जाति है कैसी के पूर्णांर में,
ये सिरफ पल-पल पाल का नाम नहीं।
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तुमहारी यादों में तुम हो क्या,
प्यार ही प्यार बिकरा में फिजाओ में,
आइसा ना हो क्या दुरिया डार बन जाए,
ab to aapke msg ka intezaar nigahon mein hai।
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हर रोज होत है तरुफ़ मेरा तेरी येदोन से,
चालकता है नूर तेरा मेरी आंखें से,
तडप रहौं मुख्य और अब तुम अलम है,
और सुतज़ार न होति अब मेरि साँसों से।
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हुस्न वालो हुमे अइसे रह ना करो,
मुहब्बत की शमा पाल-भर में बुझ्या ना करो,
सुतज़ार की तू ग़दिया क़यामत-सी लगती है,
एन आना हो से हमके तुम बुलया ना करो।
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मेरी तन्हाई तुम्ही वेज दे राही है,
dil ki dhadkan tumhe waaz de rahi hai,
आ भी जा के बुत सुजार के मन में,
तु शोज़ फ़िज़ा तुम वेज दे राही है।
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नाज़रो से जाब नज़र का तिकड़म हो गया,
har mod par kisi ka intezaar hota hai,
दिल रोता है ज़ख्म जल्दबाजी में,
shayad isi ka naam to pyar hota hai।
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मार कर भी तपती हु तेरे तारे में,
आग लाग गइ है मात्र-ए-बेकरार है,
मिल्ने का माज़ा है, जो मेरे साथ है,
दार उभारता है कदम रक्खे हाय प्यार में।
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यू पलके बिहे के तेरा सुतजार करे है,
ये वो गुन्हा है जो हम आपके हैं कौन,
जलकर हसरत की राह पे चिराग,
हम सब और शाम तेरा सुपात्र कटे है।
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ज़ख्म इतना जिहरा है इज़हार क्या करे,
हम ख़ुदा निशाण गंगे कमर क्या करे,
सू गय हम मगर खोली रा अँखें,
iss se zyada hum unka intezaar kya kare।
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